Graduation में पास होने का नियम बदल गया अब ऐसे students काभी ही पास नहीं होंगे

Graduation pass marks for first, second and third division. Minimum pass marks for 1st division, 2nd division and 3rd division in graduation.

किसी भी विषय से अगर आप Graduation मे Admission कराए है तो आपको पता होना चाहिए की आखिर कितने प्रतिशत नंबर लाने के बाद आप Graduation मे पास हो सकते है। इस आर्टिकल मे हम यही जानेगे की कितने नंबर लाने पर फर्स्ट / सेकंड / और थर्ड होता है Graduation में।

Graduation में पास करने के लिए कितना नंबर चाहिए  

Graduation मे वार्षिक या छमाही इग्ज़ैम लिया जाता है यह निर्भर करना है कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर लेकिन इसमे पास होने होने के आपको हर एक सुबजेक्ट्स मे पास होना परेगा तभी आप graduation के किसी subjects मे पास हो पाएंगे चाहे ओ subject Hons paper हो  या subsidiary paper या फिर लैंग्वेज का हो (graduation first division marks)
ग्रेजुएशन के हर एक Hons पेपर 100 नंबर मार्क्स का होता है जिसमे आपको फर्स्ट करने के लिए 60 % लाना होता है और सेकंड करने के लिए 45 % और सब्सिडियरी सब्जेक्ट में पास 33.33 %  भी आ जाता है तो काम चल जायेगा

Minimum pass marks in Graduation

Graduation मे किसी भी श्रेणी से पास करने के लिए आपको सभी विषय मे लगभग बराबर नंबर लाना परता है जैसे की Hons / Subsidiary / Language और General।

इन सब से अलग आपको यह पता होना चाहिए के Graduation तीन साल का एक डिग्री प्रोग्राम होता है और आपको तीनों सालों मे भी उचित नंबर लाना परता है तभी आप अपने विषय मे पास हो पते है।

Honours Paper- I, II, III, IV, V, VI, VII, VIII.  The minimum passing marks mush should have at-least 45% otherwise you will be promoted in next year for same subject exam. minimum passing marks 45 % होना चाहिए अगर आपको इससे कम आता  है तो आप प्रमोटेड हो जायेगे  और आपको  फिर से अगले  साल इसी विषय का  परीक्षा देना परेगा।

Each Honours papers are 100 numbers and You must should have 45 numbers out of 100 number and 60+ for the first division in graduation. सभी Honours विषय 100 नम्बर का होता है जिसमे आपको कम से कम 45 नंबर लाना होता है पास करने के लिए और अगर आप फर्स्ट करना चाहते है तो आपको 60 से जायद नंबर लाना होगा।

Subsidiary :-  सभी सब्सिडीएरी विषय मे आपको 45% ही लाना होगा।

इसके अलावा 100 नंबर का एक और इग्ज़ैम होता है जिसमे आपको ऑप्शन मिलता है जिसमे आप चाहे तो एक ही विषय को 100 का ले सकते है या फिर दो विषय को 50+50 कर के ले सकते है। जिसमे 100 नंबर का लेते है तो उसमे आपको 45 नंबर और 50+50 लेते है 22.5+22.5 नंबर इग्ज़ैम मे लाना होगा तभी आप इग्ज़ैम मे पास कर पायेगे।

Passing marks for the first Year ( part-1 ) in Graduation

HONA FULL MARKS 1ST DIVISION 2ND DIVISION LESS THAN
PAPER-1 100 60 45 FAIL
PAPER-II 100 60 45 FAIL
TOTAL 200 120 90

 

Passing marks for the SECOND Year ( part-2 ) in Graduation

HONA FULL MARKS 1ST DIVISION 2ND DIVISION LESS THAN
PAPER-III 100 60 45 FAIL
PAPER-IV 100 60 45 FAIL
TOTAL 200 120 90

 

Passing marks for the THIRD Year ( part-3 ) in Graduation

HONA FULL MARKS 1ST DIVISION 2ND DIVISION LESS THAN
PAPER-V 100 60 45 FAIL
PAPER-VI 100 60 45 FAIL
PAPER-VII 100 60 45 FAIL
PAPER-VIII 100 60 45 FAIL
TOTAL 400 240 180

 

Graduation DEGREE CERTIFICATE

YEAR FULL MARKS 1ST DIVISION 2ND DIVISION LESS THAN
YEAR-1 200 120 90
YEAR-II 200 120 90
YEAR-III 400 240 180
TOTAL 800 480 360 FAIL

ध्यान दे :- अगर आपके किसी विषय मे प्रैक्टिकल विषय है तो आपको थ्योरी 33.5% और प्रैक्टिकल 11.5% दोनों मे 45% आना चाहिए। 

अगर आपका नंबर 45% से कम आता है तो आप fail हो जाते है 

सबसे जरूरी बात तो यह है की अगर आप Fist Division करना चाहते है तो आपको तीनों साल के सभी विषयों मे 60 से अधिक नंबर लाना परेगा।

What is Subsidiary Subjects in Hindi : Subsidiary Subjects kya hoti hai

इसे हिन्दी मे सहायक विषय कहा जाता है जो की आपको स्नातक मे ही पढ़ने को मिलता है जिसके बारे मे कहे तो subsidiary Subject ऐसे विषय होते है जिसे किसी भी subject से degree के पढ़ाई के साथ पढ़ा जाता है क्योंकी इसका मार्क्स degree certificate पर नहीं जोड़ा जाता है लेकिन इसमे पास होना बहुत जरूरी होता है नहीं तो आपके आगे की क्लास मे जाने से रोक दिया जाता है

ऐसा भी नहीं है की subsidiary subject के परीक्षा मे पास होना माने नहीं रखता है, भले ही subsidiary विषय का नंबर नहीं जुड़ता हो परंतु आपको पास होना पड़ेगा डिग्री के सभी विषय मे तभी आपको आपके डिग्री के certificate दिया जायेगा।

subsidiary subject me pass marks

वैसे तो graduation के सभी विषय मे पास होना जरूरी है लेकिन अभी जनेगे की सब्सिडीएरी विषय मे पास होने के लिए कितना नंबर लाना होता है subsidiary subjects मे first करने के लिए कितना नंबर लाना होगा।

graduation के सभी विषय मे पास होना जरूरी बहुत जरूरी है यहाँ graduation मे पास होने के लिए दो अलग अलग नंबर या प्रतिशत तय किया गया है graduation के मेन विषय मे पास होने के लिए कम से कम 45%  number लाना होता है जबकि subsidiary विषय मे पास होने के लिए कम से कम 33% या 33.3333% हर एक विषय मे लाना होगा इससे ज्यादा आप जितना भी ला पाए आपके लिए बेहतर ही होगा।

Graduation में Promote होने पर क्या करे

Promoted in UG : Graduation मे students ज्यादा से ज्यादा 2 विषय मे पास नहीं कर पाते है तो उनको promote कर दिया जाते है और 2 से ज्यादा विषय मे पास नहीं करते है तब जा कर fail किया जाता है कोशिश किया जाता है जितना हो सकते की students को fail नहीं किया जाए।

अगर किसी भी करण से आपका result promoted मे आ गया हो तो आपको डरने की जरूरत नहीं है इससे आपके आगे की पढ़ाई पर कोई फरक नहीं परेगा और ना ही आगे की पढ़ाई रुकेगी बस थोड़ा दिक्कत होगा इसको सभी करने मे जिसके बारे आपको नीचे अच्छी तरह से बताया गया है ध्यान से पढे और समझे

जिस विषय मे आपको promoted मिला है आपको उसी promoted वाले विषय पर परीक्षा आगे साल देना होगा और पास होना परेगा और यहाँ पास हो जाते है तो आपका फिर कोई दिक्कत नहीं होगा अगर आप फिर से किसी एक भी विषय मे पास नहीं कर पाते है तो इस बार आपको fail कर दिया जाएगा और आगे की पढ़ाई भी रोक डी जाएगी उस वक्त तक जब तक आप पीछे के विषय मे ( Promoted) पास नहीं हो जाते है।

Graduation में Fail होने पर क्या करे

Graduation मे Fail तो बहुत कम ही students करते है फिर भी अगर आप graduation के किसी भी कोर्स मे fail हो गये है तो चलिए देखते है की gradation मे fail होने पर क्या होता है और आगे की पढ़ाई कैसे होगी।

Important : Graduation मे students को तभी fail किया जाता है जब वह अपने परीक्षा को अच्छे से नहीं दिए होते है और उनका परीक्षाफल न्यूनतम पास मार्क्स से भी कब आता है। यहाँ पर अगर आपका 2 से ज्यादा विषय मे पास मार्क से काम नंबर आयेगा तब आपको fail कर दिया जायेगा।

अगर किसी भी करण से आपका result fail मे आ गया हो तो आपको डरने की जरूरत है इससे आपके आगे की पढ़ाई पर कोई फरक परेगा और आगे की पढ़ाई रुक जाएगी साथ ही थोड़ा बहुत दिक्कत भी होगा क्योंकी जब तक आया पास नहीं करेगे आपको आगे की पढ़ाई नहीं कराई जागेगी तो इस बात का ध्यान रखे और बढ़िया से पढ़ाई करे।