12th Accountancy Important Subjective question Answer
Class 12th Commerce के Accountancy Subjective के Board परीक्षा में पूछे जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न और उसके उत्तर जिसको class 12 मे Accounts के subject के exam में बार बार पूछा जाता है तो जरूरी है की आप अच्छी तरह से ध्यान लगा कर इसे पढे और याद कर ले |
1. आय व्यय खाता क्या है ? What is Income and Expenditure Account ?
आय व्यय खाता एक अवास्तविक (नाममात्र) खाता है जिसमे अलाभकारी संस्थाओ के आयगत आयो और व्ययों को दिखाया जाता है । यह “व्यय” पर “आय” की अधिकता तथा “आय” पर “व्यय” की अधिकता दिखाता है । यह चालू वर्ष में ‘व्यय पर आय की अधिकता’ ( अर्थात अधिशेष ) अथवा “आय पर व्यय की अधिकता ” ज्ञात करने के लिए तैयार किया जाता है यह लाभकारी अर्थात गैर-व्यापरिक संस्थाओ के द्वारा तैयार किया जाता है ।
2. प्राप्ति एवं भुगतान खाता तथा आय और व्यय खाता में कोई दो अंतर बताएं । State any two differences between Receipt & Payment Account and Income & Expenditure A/C.
i – प्राप्ति एवं भुगतान खाता वास्तविक खाता है जबकि आय एवं व्यय खाता नाममात्र खाता है
ii- प्राप्ति एवं भुगतान खाता आगम और पूँजी की प्राप्तियों और भुगतनों का अभिलेखन करता है जबकि आय और व्यय खाता केवल आगम प्रकृति के आय और व्ययों का अभिलेखन करता है
iii- प्राप्ति एवं भुगतान खाता लेखांकन वर्ष के रोकड़ तथा वानक लेन-देनों का सारांस है जबकि आय व्यय खाता लाभ-हानी की तरह का होता है, जिसका लेखकन वर्ष के आय एवं व्ययों का सारांश प्रस्तुत करता है । 12th Accountancy Important Subjective question Answer
3. साझेदारी का क्या आशय है ? What is meant by partnership
साझेदारी दो या दो से अधिक व्यक्तियों की आपसी सहमति का परिणाम है जो व्यवसाय के लाभ व हानी को बाँटने के लिए किया जाता है जिसका संचालन सभी के द्वारा या किसी एक के द्वारा किया जाता है ।
भारतीय साझेदारी अधिनियम 1932,की धारा 4 के अनुसार “साझेदारी उन व्यक्तियों के बीच एक संबंध है जो एक ऐसे व्यवसाय के लाभ को बाँटने के लिए सगंत हैं जिसका संचालन उन सबके द्वारा या उनमें से किसी के द्वारा किया जाता है ।
4. वसूली खाता तथा पुनर्मूल्यांकन खाता में अंतर बतायें । Distinguish between Realisation A/C and Revaluation A/C.
Realisation A/C :-
Revaluation A/C :- पुनर्मूल्यांकन खाता एक अवास्तविक खाता है जो साझेदारी फॉर्म के पुनर्गठन के समय बनाया जाता है। यह खाता संपत्तियों व दायित्वों के पुनर्मूल्यांकन से होने वाले लाभ-हानी को प्रदर्शित करता है।
5. एक साझेदारी फॉर्म के पुनर्गठन से क्या आशय है ? What is meant by reconstitution of partnership firm ?
जब साझेदार समझौते अथवा साझेदारों के संबंधों मे परिवर्तन हो जाए तो इसे ‘साझेदारी फॉर्म का पनर्गठन ‘ कहा जात है साझेदारी फॉर्म का पुनर्गठन निम्न कारणों से हो सकता है
i- नये साझेदार का प्रवेश होने पर
ii- वर्तमान साझेदारों के मध्य लाभ-विभाजन अनुपात में परिवर्तन होने पर ।
6. ख्याति की दो विशेषतायें बतायें । State two features of Goodwill.
ख्याति वह दर्पण है जो व्यवसाय का सही और सच्चा चित्र प्रस्तुत करता है ख्याति व्यवसाय जे स्वस्थ स्वास्थ्य व वित्तीय सुदृढ़ता ( Financial Soundness), यश एवं कृति को प्रतिबिंबित करता है
ख्याति की दो विशेषतायें निम्न है
i- ख्याति एक अमूर्त ( Intangible) एवं अदृश्य (Invisible) संपत्ति है, परंतु ख्याति कृतिम ( Fictitious) संपाती नहीं है
ii- इसका एक निश्चित मूल्य होता है। अन्य संपत्तियों की भाँति इसका क्रय-विक्रय किया जाता है
iii- यह अतिरिक्त लाभ या अधिलाभ ( Super Profit) के अर्जन में सहायता करती है।
iv – व्यवसाय की ख्याति कई घटकों पर निर्भर करती है
v- इसका सृजत विभिन्न घंटों के द्वारा होता है
vi- इसका संबंध व्यवसाय की लभोपार्जन क्षमता से होता है
8. त्याग अनुपात क्या है ?
What is sacrificing ratio ?
त्याग अनुपात वह अनुपात है जिसे फॉर्म के प्रारने साझेदार नये साझेदार के पक्ष में त्याग करने के लिए सहमत होते है , त्याग अनुपात कहलाता है त्याग अनुपात = पुराना अनुपात – विभाजन अनुपात – नया लाभ – विभाजन अनुपात ।
7. साझेदारी संलेख से क्या आशय है ? What is meant by partnership deed ?
साझेदारी संलेख वह विलेख है जिसमें साझेदारों के बीच समझौते के विवरण समाहित रहते है । इसमे व्यवसाय के उदेश्य, साझेदारों की पूँजी, लाभ के हिस्से आदि का उल्लेख रहता है। साधरणतया लिखित संलेख को पंजीकृत कर लिया जाता है।